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#BubbaBrother
There is no salvation for me! I knew, are, and will always be! Do you know what is happening in your life, what is good or bad? Want to get out of this knowing business? Give me the task of getting to know you! I will take your happiness, sorrow, your sorrow, your happiness. Because, it was, is and always will be my business to know everything. Only I know what your soul is - every moment, give me your soul. Knowing this will get you out of business! Got it? ------ go translate the hindi script below for full explanation ------ ----------------------------------------------------------- मेरा मोक्षता नहीं हैं ! मेरेको पता था, हैं, और सदैब रहेंगे ! तेरा ज़िन्दगी में, जो हो रहा हैं, बुरा क्या भला, तुझे तो पता हैं ? ये पता होनेका बिज़नेस से बाहर निकलना चाहतेहो ? तेरा पता होने का काम मुझे दे दे ! में तेरा सुख दुःख, तेरा गम, तेरा खुसी सब में लेलूंगा । क्यूंकि, सब पता करनेका बिज़नेस तो मेरा था, हैं और सदैब रहेंगे ! जो तेरा आत्मा है वही पता होते हैं - प्रति पल , तू तेरा आत्मा मुझे दे दे। ये पता होनेका बिज़नेस से बाहर निकल जाओगे ! समझे ? किन्तु , परन्तु , में जैसे तेरा आत्मा को दिया था, वैसेही वापस कर। बेरंग - ना लाल, न नीली , ना सफ़ेद ( रजो, तमो व सत )। नहीं तो में नहीं लूंगा, और तुम ये पता होने का बिज़नेस में ही फसे रहेंगे, स्वर्ग / मर्त / पातळ में ! सब कुछ छोड़के मेरा दिखाया हुवा रस्तेपे चल, ( सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज ! ) सकोगे ? में तेरा आत्मा को ले लूंगा और तेरेको जन्म-मृत्यु चक्क्र से छुटकारा, यानिकी मोक्षता मिल जायेंगे ! मेरा मोक्षता नहीं हैं ! जब जब गरबर होते हैं, मेरा मेरा बंधू को भेजता हूँ , ठीक करनेके लिए ! परन्तु प्रति ५० हजार साल का बाद मेरेको खुद आना परता हैं, जब मेरा सखा फ़ैल हो जाते हैं, तब ! नहीं आनेवाले, तेरा कल्कि ! तू अपनेमेही तुस्ट हो जा, ताना-तानी करना छोड़ दे - सनातनी बन जा, वही पहला कदम, मेरा पास आनेका ! में यहीं हूँ , मुझे ढूंढो मत, केवल पहचानो !
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First amendment rights: Congress shall make no law respecting an establishment of religion, or prohibiting the free exercise thereof; or abridging the freedom of speech, or of the press; or the right of the people peaceably to assemble, and to petition the government for a redress of grievances.

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